जूते चोरी हो जाने पर शख्स ने पुलिस इमरजेंसी नंबर डायल कर दर्ज कराई शिकायत, जानिए क्या है पूरा मामला ?
- कर्नाटक के मैंगलोर की है ये आजीबोगरीब घटना
- शिकायत सुन हैरान हुए पुलिसवाले
- सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हुई वारदात
डिजिटल डेस्क, भोपाल। पुलिस का कर्तव्य न केवल शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखना होता है बल्कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कारवाई करने का होता है। शहर में कानून व्यवस्था कायम रहे सके इसके लिए सरकार द्वारा पुलिस इमरजेंसी नंबर जारी किए जाते हैं, जिसके जरिए आप अपनी शिकायत पुलिस तक पहुंचा सकते हैं। लेकिन कई बार पुलिस इमरजेंसी नंबर पर लोग अजीबोगरीब शिकायत दर्ज कराते हैं जिससे सुनकर खुद पुलिस का भी दिमाग चक्करा जाता है। ऐसा ही एक मामला कर्नाटक राज्य से सामने आया है।
कर्नाटक राज्य का है मामला
दरअसल, ये मामला कर्नाटक के मेंगलुरू शहर का है जहां एक व्यक्ति ने अपने जूते खो जाने के बाद पुलिस इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल कर अपनी कम्पलेंट दर्ज कराई। इसके साथ ही शख्स ने पुलिस से जूते ढूंढने का निवेदन भी किया। इस पूरे मामले में शख्स ने पुलिस को काफी परेशान भी किया है।
व्यक्ति का कहना था कि वो शहर के टाउन हॉल में आयोजित एक समारोह में गया था जहां उसके जूते चोरी हुए थे। लंच करने जाने से पहले उसने अपने जूते हॉल के बाहर ही उतार दिये थे। जब वह लंच करके वापस आया तो उसे वहां अपने जूते नहीं मिले। जूते न मिलने से परेशान होकर उसने 112 नंबर पर कॉल कर दिया और पुलिस को अपने जूते चोरी होने की सूचना दी।
पुलिस की छानबीन में सामने आया सच
शख्स की शिकायत के बाद उसकी कॉल को मंगलुरू के नार्थ पुलिस स्टेशन ट्रांसफर कर दी गई। क्योंकि जिस क्षेत्र में यह घटना हुई वो नार्थ पुलिस के अंडर में आता है। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। पुलिस की एक टीम टाउन हॉल पहुंची और जूते की छानबीन शुरू की। इस दौरान पुलिस ने वहां के सीसीटीवी फुटैज को भी चेक किया। जिसमें पता चला कि व्यक्ति के जूते वहां काम करने वाले एक मजदूर ने चुराए थे। फिलहाल, पुलिस चोर को ढूंढ रही है।
इस वजह से बेहद खास थे शख्स के जूते
दरअसल, शख्स के जो जूते चोरी हुए थे वो कोई मामूली जूते नही ब्लकि क्लॉगस शू थे, जिनका निर्माण लकड़ी से होता है। इन जूतों को 13वीं शताब्दी में नीदरलैंड के किसान पहना करते थें। जिसके बाद से ही ये फैशन सिंबल के तौर पर विख्यात हो गए। बाजार में इन जूतों की कीमत 515 रुपये से 1600 रुपये के बीच बताई जाती है। जूतों की इन्ही विशेषताओं के चलते मैंगलोर के रहने वाले इस शख्स ने ऐसा कदम उठाया।